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नए भारत की प्रगति एवं उन्नति की रफ़्तार : वंदे भारत एक्सप्रेस

वंदे भारत रेल परियोजना महत्वाकांक्षी योजना है और देश के विकास को इससे नई गति मिलेगी। इसके साथ ही रेलवे के ‘आधुनिकीकरण’ में भी तेजी आएगी। केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने अगले तीन वर्षों में ४०० तीव्रगति की वंदे भारत शृंखला की रेल गाडियों का परिचालन शुरू करने की घोषणा की थी।

इन रेलगाड़ियों को ऊर्जा बचाने तथा यात्रा को आरामदायक बनाने के उद्देश्य से लॉन्च किया जाएगा। इसके लिए रेलवे स्टेशनों से बस, मेट्रो और हवाई यात्रा की सुविधा के लिए कदम उठाए जाएंगे। देश भर में चार स्थानों पर मल्टी-मॉडल पार्क स्थापित किए जाएंगे, और निकट भविष्य में अनुबंध तैयार किए जाएंगे।

वंदे भारत एक्सप्रेस भारतीय रेलवे की एक एक्सप्रेस ट्रेन सेवा है। वर्तमान में दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें चल रही हैं, नई दिल्ली वाराणसी और नई दिल्ली कटरा। वंदे भारत एक्सप्रेस की अधिकतम गति 130 किमी प्रति घंटा है और 2023 तक 75 ट्रेनें और शेष 325 ट्रेनें अगले 2 वर्षों में चलाने का निर्णय लिया गया है।
नई ट्रेनों में नई पीढ़ी की आकांक्षाओं को पूरा करने पर जोर दिया जाएगा। नई ट्रेन में रिक्लाइनिंग सीट्स, बैक्टिरिया फ्री एयर कंडीशनिंग सिस्टम का इस्तेमाल, पुशबैक फीचर होगा। ट्रेन के तापमान से लेकर हर इलेक्ट्रिक बोर्ड तक सभी जरूरी सिस्टम की निगरानी के लिए एक केंद्रीकृत कोच होगा, जहां पूरी ट्रेन पर नजर रखी जा सकेगी. किसी भी आपात स्थिति में, यात्रियों को बाहर निकालने के लिए प्रत्येक बॉक्स में चार आपातकालीन खिड़कियां होंगी। ट्रेन में विशेष रूप से बारिश और बाढ़ जैसी स्थितियों के लिए डिज़ाइन किए गए उपकरण होंगे; ताकि यह पानी के संपर्क में न बिगड़े। इसके अलावा, प्रत्येक बॉक्स में विशेष बड़ी रोशनी होगी; जो लंबे समय तक चलेगा। बिजली गुल होने की स्थिति में तीन घंटे का वेंटीलेशन भी उपलब्ध रहेगा।

प्रत्येक बॉक्स में आपातकालीन पुश बटन की संख्या बढ़ा दी गई है. अभी तक ट्रेन के एक डिब्बे में दो बटन होते थे। नई ट्रेन में चार बटन होंगे, साथ ही यात्री सूचना प्रणाली और डोर सर्किट में फायर सपोर्ट केबल भी होंगे ताकि आग लगने की स्थिति में दरवाजे और खिड़कियां खोली जा सकें। इन सभी सुविधाओं से ट्रेन का सफर और भी आरामदायक तथा सुरक्षित हो जाएगा। लेकिन यात्रियों को ज्यादा कीमत भी चुकानी पड़ेगी, जो स्वाभाविक भी है।

रेलवे बजट में काफी बढ़ोतरी की गयी है। जिससे रेल का आधुनिकीकरण हो सकेगा ,यात्रियो के लिए अधिकतम सुविधा,सुरक्षा दी जा सकेगी। और रेलवे की कार्य पद्धति मे सुधर संभव हो सकेगा
कोरोना काल में रोजगार में कमी आयी है और कई कंपनियां बंद हो गई हैं। लेकिन आने वाले वर्षों में धीरे-धीरे चीजें बेहतर होंगी और देश एक बार फिर विकास की ओर ऊँची छलांग लगाएगा।

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