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याकूब को’पीर’बना हिन्दुओं को ठगने की कोशिश ट्रस्टियों को भी दाऊद के पिट्ठू मंत्रियों ने हटवाया

गद्दार याकूब मेनन की कब्र को “पीर की मजार ‘ के रूप में विकसित करके देशद्रोही का कलंक याकूब के माथे से मिटाकर उसको पूज्य बनाने की योजना अंडरवर्ल्ड सरगना और पाकिस्तानी कठपुतली दाऊद इब्राहिम ने बनाई थी। कुख्यात आतंकी दाऊद इब्राहिम के पूर्ववर्ती सरकार में रहे कुछ पालतू मंत्रियों ने याकूब के छोटे भाई रऊफ के कहने पर ,न केवल सरकारी कोष से उसकी कब्र को सजाने के लिए कथित रूप से तीन लाख रूपये की सहायता दी बल्कि उसको सरकार से ‘पर्यटन स्थल ‘ का दर्जा भी दिलवाया। इसके लिए टाइगर मेनन का नाम लेकर राह में रोड़ा बने लोगों को धमकाया भी गया तथा बड़ा कब्रिस्तान के दो ट्रस्टियों से त्यागपत्र लेकर नए ट्रस्टी भी इन दिनों जेल में बंद मंत्रियों ने बनवाए। मेनन परिवार की कोशिशों को रुकवाने के लिए बड़ा कब्रिस्तान के दो ट्रस्टियों ने पुलिस एवं वक्फ बोर्ड के मंत्री तथा स्थानीय पुलिस को ज्ञापन भी सौंपा था(देखें फोटो)।

मुंबई को 13 सिलसिलेवार बम धमाकों से दहलाने और 100 बच्चों सहित 257 लोगों की मृत्यु एवं 700 लोगों की अपंगता का अपराधी याकूब मेनन कुख्यात आतंकी दाऊद इब्राहिम की नाक का बाल था। पेशे से चार्टर्ड एकाउंटेंट याकूब की फांसी के निर्णय को दाऊद की शह पर पहले तो 14 दिन विलम्ब कराया गया , फिर कोशिश की गयी कि सुप्रीम कोर्ट फांसी की सजा को ‘आजीवन कारावास’ में बदल दे। लेकिन जनमत के विरुद्ध होने के कारण ही शायद आधी रात को कोर्ट खुलवाए जाने के बाद भी सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों ने याकूब को फांसी की सजा बनाए राखी। याकूब को फांसी दी गयी और नियमतः उसकी लाश उसके घरवालों को अंतिम संस्कार के लिए सौंपा गया।उसकी लाश को लेकर पांच लाख से अधिक संख्या में मय्यत निकालकर मुसलमानों ने अपने इरादों का संकेत दे दिया था किन्तु हमारी सरकार की नीम बेहोशी अब टूट रही है।

याकूब मेमन को 2015 में नागपुर जेल में फांसी दी गई थी और दक्षिण मुंबई के बड़ा कब्रिस्तान में दफनाया गया था। जिस कब्रिस्तान में याकूब की कब्र है वहां बिजली कनेक्शन के माध्यम से कब्र पर लाइट लगाई हैं तथा उसकी रखवाली करने के लिए कुछ लोग भी रखे गए हैं। आखिर कौन है जो आतंकी याकूब की कब्र पर इतना खर्च कर रहा है और किसलिए? क्या उनकी कब्र को मजार बनाने की कोशिश की जा रही है? ऐसे कई प्रश्न उठाए जा रहे हैं।.पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शब-ए-बारात के मौके पर बड़ा कब्रिस्तान में ‘हलोजन लाइट’ लगाई गई थीं । यह भी कहा जा रहा है कि बड़ा कब्रिस्तान (जहां मेमन की कब्र है) एक निजी संपत्ति है और राज्य सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है।विश्व हिन्दू परिषद् के प्रवक्ता श्रीराज नायर ने कहा कि याकूब मेनन की कब्र को पूरी तरह से तोड़ देना चाहिए।उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवादी के कब्र पर लाइट लगाना आतंकवाद को समर्थन देने जैसा है।

समझा जाता है कि देशद्रोही याकूब मेनन की कब्र को पीर की मजार के रूप में बदलने तथा विकसित करने के बाद इनका अगला प्रयास वहां उर्स आयोजित करने फिर ‘याकूब मेनन बाबा मन्नतें पूरी करते हैं ‘ ऐसा नरेटिव बनाकर ‘हिन्दुओं को लूटने की एक और दूकान’ सजाने की थी।अगर यह चाल सफल हो जाती तो कालांतर में देशद्रोही याकूब को भारत माता का महान सपूत सिद्ध कर दिया जा सकता था। इस आशंका को बल इस बात से भी मिलता है कि मुंबई की मेयर द्वारा आहूत उच्च स्तरीय बैठक में याकूब का भाई रऊफ मेनन भी उपस्थित था। आतंकी अजमल कसाब की लाश पाकिस्तान ने लेने से मना कर दिया था इसलिए उसकी कब्र नहीं बनी अन्यथा भारत विरोधी तत्व उसको भी सूफी -संत बताकर अपनी दूकान सजा लेते तथा सर्वसमभावी चरित्र के भोले-भाले हिन्दुओं को एक नया मकबरा थमाकर उनका आर्थिक ,धार्मिक और भावनात्मक शोषण भी करते जैसा नजीमुद्दीन -ख्वाजा गरीबनवाज जैसे हिन्दू संहारकों की मजार सजाकर सैंकड़ों वर्षों से किया जा रहा है।

सन्दर्भ
https://hindi.news18.com/news/maharashtra/four-killed-in-a-collision-between-a-car-and-bike-in-nagpur-4574845.html

https://www.abplive.com/states/maharashtra/yakub-menon-s-graveyard-controversy-terrorist-yakub-menon-s-grave-was-changed-in-the-tomb-bjp-attacked-investigation-started-2211127

https://www.amarujala.com/india-news/mumbai-mayor-kishori-pednekar-photo-viral-on-social-media-with-yakub-memon-relative

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